आमतौर पर ऐसा सिर्फ किस्से-कहानियों में ही सुनने को मिलता है कि कोई इंसान या जानवर पत्थर का बन गया । लेकिन इटली में ऐसी घटना सच में हुई थी।  

ये बात हे हैं पोम्पई शहर की, जो करीब 1940 साल पहले आबाद हुआ करता था ।  इस शहर में करीब 11 हजार से 15 हजार लोग रहते थे । 

दरअसल, पोम्पई के करीब नैपल्स की खाड़ी में एक ज्वालामुखी है, जिसका नाम माउंट वसूवीयस है। 79 ईस्वी में यह ज्वालामुखी अचानक फट गया था |

पोम्पई में रह रहे लोग जब तक शहर को छोड़कर कहीं भाग पाते, तब तक ज्वालामुखी का लावा यहां तक पहुंच चुका था। 

इसकी वजह से यह इलाका इतना गर्म हो गया था कि लोगों का खून उबलने लगा था और खोपड़ियां फट गई थीं। साथ ही लावे की चपेट में आने से उनकी दर्दनाक मौत हो गई। 

बाद में जब तापमान गिरने की वजह से लावा ठोस रूप में आ गया तो इंसानों का शरीर भी पत्थर का बन गया। और देखते देखते इंसान और जानवर पत्थर के बन गए |

पोम्पई के अलावा ज्वालामुखी ने एक और छोटे से शहर को तबाह किया था, जिसका नाम था हर्कुलेनियम।  यहाँ पर लोग जान बचाने के लिए बोट हाउस मे घुस गए थे 

लेकिन भयंकर गर्मी और लावे के कारण भयानक तरीके से उनकी मौत हो गई। साल 1980 में उनके पत्थरनुमा शव यहां से बरामद किए गए थे।