Bhajan Name- Baba Tu Hi Hai Karn Me Aur Sitaro Me bhajan Lyrics ( बाबा तू ही है कण कण में और सितारों में भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -Dheeraj Tiwari
Music Label-
बाबा तू ही है कण कण में,
और सितारों में,
तू ही दिखता है,
जग के नज़ारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।
तर्ज – श्री राम जानकी बैठे।
अपनों से मैं जब बैगाना हुआ,
उल्फ़त में तेरी मैं दिवाना हुआ,
सदा रहते हो अब तुम विचारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।
तेरे चरणों में श्याम जन्नत है,
मेरी तुझसे एक यही मन्नत है,
बदलो पतझड़ को आज बहारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।
अब तक तो हुआ पुरा सपना नहीं,
क्या तु भी मेरा श्याम अपना नहीं,
मुझको रख लो तुम खिदमतगारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।
गमों को ‘जालान’ अब कब तक सहे,
तु कुछ ना सुनें और कुछ ना कहे,
कुछ जुबां से कहो या इशारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।
बाबा तू ही है कण कण में,
और सितारों में,
तू ही दिखता है,
जग के नज़ारों में,
बाबा तु ही है कण कण में,
और सितारों में।।