Bhajan Name- Kabhi Dekha Na Kisi Ka Nasiba bhajan Lyrics ( कभी देखा ना किसी का नसीबा भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -rajmani Arya
Music Label-
कभी देखा ना किसी का नसीबा
कभी देखा नहीं ऐसा नसीबा
ओ.. जैसे लिखा विधाता ने मेरा
क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
मैं क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
कभी देखा ना किसी का नसीबा……
बालसखा कुछ ऐसे थे, ना गइया ना पैसे थे
मन चंचल था बचपन का, जिद माखन की कर बैठा
धर्म यारी का मैंने निभाया….2
जो दुनिया ने मुझको बताया
क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
मैं क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
वे खुला रोज नहाती थी, शर्म नहीं आती थी
उनको सबक सिखाना था, कपड़े मुझे छुपाना था
कैसा दुनिया ने मुझको सताया….2
देखो छलिया रे मुझको बताया
क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
मैं क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
कौरव भी मुझे प्यारे थे, पांडव बड़े दुलारे थे
लेकिन एक मजबूरी थी धर्म अधर्म की दूरी थी
महाभारत को रोक नहीं पाया, दोष सारा मेरे सर पर आया
कुल नाशक यह मोहन कहलाया
क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
मैं क्या करूं… क्या करूं… क्या करूं
कभी देखा ना किसी का नसीबा…..