Bhajan Name- Bhakt Hai Mahakaal Ka Bhajan Lyrics ( भक्त है महाकाल का भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric- Mohit Bajpai
Bhajan Singer- Divya Kumar
Music Label- T-Series
हो गंगाधर की करुणा से तो,
सूखे उपवन खिल जाते हैं,
विष जिनको मिलता है,
एक दिन शिव भी उनको मिल जाते हैं,
माथे पे शिव का नाम लिखा ये,
काम करेगा ढाल का,
काल भी उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त है महाकाल का II
तेरे शीश पे झरझर गंगा,
तेरे माथे पे चमके चंदा,
है तुझ सा कौन धरा पर,
है तुझ सा कौन धरा पर,
मैं ज्ञानी ना जोगी,
फिर भी मेरी रक्षा होगी,
है तुझ पे भरोसा शंकर,
तेरे दर पे जो आए शीश झुकाए,
गाए जो महिमा शिव की,
तू बदल लेखा भाग्य की रेखा,
महाकाल प्रभु क्योंकि
तू समय का देवता है,
स्वामी ग्रहों की चाल का,
काल भी उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त है महाकाल काल II
हर कलेश जन में महाकाल
सागर मंथन में महाकाल
श्री राम विजय में महाकाल
नंदी के हृदय में महाकाल,
भस्मासुर वध में महाकाल,
अर्जुन के रथ पे महाकाल,
काशी कंठल में महाकाल,
गंगा के जल में महाकाल,
मृत्युजय मंत्र में महाकाल,
गोरख के तंत्र में महाकाल,
माथे के लेख में महाकाल,
रुद्रा अभिषेक में महाकाल,
धरती अंबर पे महाकाल,
कैलाश शिखर पे महाकाल,
वेदों के ज्ञान में महाकाल,
मर मसान में महाकाल,
जीते जीतो सब है अपने,
तू साथी है अंत काल का,
काल भी उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त है महाकाल काल II