Bhajan Name- Buti La De Re Balaji Buti La De Re bhajan Lyrics ( बूटी ला दे रे बालाजी बूटी ला दे रे भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -Mukesh Bagda
Music Label-
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे,
काहे ये राम पुकार,
ओ मेरे पवनकुमार,
लखन के प्राण बचा ले रे,
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे ॥
असुरों ने ऐसी शक्ति लगाई,
मेरे लखन ने सुध-बुध बिसराई,
देखो ये कैसे सोया है,
मेरा सब कुछ ही खोया है,
संजीवन बूटी जो आए,
मेरा लखन जीवित हो जाए,
ना इनका, ना मेरे बस का,
काम है ये बस तेरे बस का,
जा जल्दी जा बूटी तू ले आ,
देर कहीं ना हो जाए ज्यादा,
बूटी ला दे रे,
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे ॥
पहले वन में खोई नारी,
अब मुश्किल भी पड़ी भारी,
अवधपुरी कैसे जाऊँगा,
माँ को क्या मुँह दिखलाऊँगा,
लक्ष्मण है इकलौता बेटा,
सुध-बुध खोकर ये है लेटा,
ओ बालाजी संकट टारो,
संकट मोचन नाम तुम्हारो,
द्रोणगिरि पर्वत पर जाओ,
संजीवन को ढूँढ़ के लाओ,
देखो ना ज्यादा देर लगाना,
भोर से पहले वापस आना,
बूटी ला दे रे,
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे ॥
इतना सुनकर बजरंग बाला,
शिश नवाकर हो मतवाला,
उड़ गया ऊँचे अम्बर में वो,
ओझल हो गया नज़रों से वो,
द्रोणगिरि पर जा वो पहुँचा,
माया रच दी असुरों ने वहाँ,
जब बूटी ना मिली हनुमत को,
ढूँढ़ ढूँढ़ के झुँझला गया वो,
अब पूरा पर्वत ही उठाया,
और अयोध्या पर जब आया,
तीर चलाया वीर भरत ने,
राम नाम बोला हनुमत ने,
धरती पर जब गिरे हनुमंता,
वीर भरत को हो गई चिंता,
हनुमत ने सब हाल सुनाया,
सुनके भरत ने शीघ्र पठाया,
सूर्योदय से पहले बेख़बर,
ज़ोर ज़ोर से बोले वानर,
बूटी ला दे रे,
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे ॥
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे,
काहे ये राम पुकार,
ओ मेरे पवनकुमार,
लखन के प्राण बचा ले रे,
बूटी ला दे रे बालाजी,
बूटी ला दे रे ॥