Bhajan Name- Duniya Kya apni Hasti Ko Hi Mita Baithe Hai bhajan Lyrics ( दुनिया क्या अपनी हस्ती को ही मिटा बैठ है भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer – Nikhil Verma
Music Label-
दुनिया क्या अपनी हस्ती को ही मिटा बैठ हैं
जिस पल हम राधा रानी से दिल को लगा बैठे हैं
दुनिया क्या अपनी हस्ती को ही मिटा बैठे हैं
जिस पल हम अपने मोहन से दिल को लगा बैठे हैं
हम खो में है जब से प्रीत लगी है मोरी
एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी
कान्हा मुरली की तान सुनावे तो सुर राधे बन जाए
और शाम उसी को मिलते हैं जो राधे राधे गाए
गुलाल लगावे राधा के कान्हा खेले जब होरी
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका गोरी
भटका है मन माया में अब हरि से ध्यान लगाना
करुणा करके शब को भज कर ये जीवन शुद्ध बनाना
भटका जो मन माया में हरि से ध्यान लगाना
करुणा करके शव को भज कर जीवन शुद्ध बनाना
उस मोहन मुरली वाले ने दिल की करी है चोरी
एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका का गोरी
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी
एक तरफ सांवले से कान्हा दूजी राधिका का गोरी
जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी