हृदय आनन्द भर बोलो बधा‌ई है बधा‌ई है

Bhajan Name- Hriday Anand Bhar Bolo Badhai hai Badhai hai Bhajan  ( हृदय आनन्द भर बोलो बधा‌ई है बधा‌ई है भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric – Unknown
Bhajan Singer -Devi Chitralekhaji
Music Lable- Devi Chitralekhaji Bhajan

हृदय आनन्द भर बोलो-बधा‌ई है! बधा‌ई है!
हमारे भाग्य हैं जागे, जो ‘लाली’ घर में आ‌ई है!

धन्य वृषभानुपुर सुन्दर, धन्य वृषभानु-नृप-मन्दिर,
धन्य वह कक्ष मंगलकर, अजन्मा जहाँ आ‌ई है॥ हृदय आनन्द,

शुभ सित पक्ष भादौं मास, शुभ अति अष्टमी सुख रास,
शुभ नक्षत्र अभिजित खास, जिन में राधा जा‌ई है॥ हृदय आनन्द,

काम की कालिमा हर कर, प्रेम की छबि प्रकाशित कर,
रस-सुधा से विषय-विष हर, प्रेम की बाढ़ छा‌ई है॥ हृदय आनन्द,

खोलकर नेह के झरने, सुखी निज श्यामको करने,
हृदय आनन्द से भरने, स्वयं श्यामा जु आ‌ई है॥ हृदय आनन्द,

हृदय है यह कन्हैया की, प्राण है यह कन्हैया की,
आत्मा यह कन्हैया की, सुधा बरसाती आ‌ई है॥ हृदय आनन्द,

एक ही दो बने हैं जो, दो रहकर एक ही हैं सो;
रसास्वादन कराने को, रस की सरिता आ‌ई है॥ हृदय आनन्द,

पुकारो-भानु नृप की जय, मैया कीर्ति की जय-जय;
हु‌आ दम्पति का भाग्योदय, जिन की कन्या कहा‌ई है॥ हृदय आनन्द,

इसे भी पढे और सुने- 

    1. नज़रे मिला के मुझसे ऐ श्याम मुस्कुरा दो लिरिक्स
    2. श्याम सरकार निराली भजन लिरिक्स
    3. बाबा के सेवक भजन लिरिक्स
    4. दया थोड़ी सी कर दो न भजन लीरिक्स
    5. मुझे खाटू बुला लीजिये भजन लीरिक्स
    6. नारायण मिल जाएगा भजन लीरिक्स
    7. महरबानी आपकी भजन लीरिक्स
    8. रोती हुई आँखों को मेरे श्याम हसाते है भजन लीरिक्स
    9. रोती हुई आँखों को मेरे श्याम हसाते है भजन लीरिक्स-2.0
    10. प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है भजन लीरिक्स
    11. हम आपके बच्चे हैं हमें प्यार करो श्याम भजन लीरिक्स
    12. जी भर नचा ले हमको तेरे दरबार में भजन लीरिक्स
    13. ले लो शरण कन्हैया दुनिया से हम हैं हारे भजन लीरिक्स
    14. लागी लागी है लगन म्हणे श्याम नाम की भजन लीरिक्स
    15. कन्हैया मेरी लाज रखना भजन लीरिक्स
    16. जबसे पाया है कन्हैया आपका ये दर भजन लीरिक्स
    17. दो पल भजन लीरिक्स
    18. मेरा श्याम है भजन लीरिक्स

Welcome to Bhajanlyric.com, your online source for bhajan lyrics. We are helping you connect with your spiritual journey.

Leave a Reply

इसने व्यक्ति ने जानबूझ कर शिवलिंग पर पैर रखा लेकिन क्यों ? रामायण में कैसे कर पाए थे लक्ष्मण जी मेघनाथ का वध ? इन तीन जगह पर आज भी साक्षात मौजूद है हनुमान जी बारिश की भविष्यवाणी बताने वाला अनोखा मंदिर ? ब्रह्म जी के खून से बनी इस नदी का पानी भूलकर से भी न पिए