Bhajan Name- Jaag Re Maanav bhajan Lyrics ( जाग रे मानव गरज के चल भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric -Shiv
Bhajan Singer – Nitish Sharma
Music Label- Filmy Savera
मैं हूँ अग्नि, मैं हूँ ज्वाला,
मैं ही सृष्टि का हर इक आला,
भय का अंत, मैं संहार,
मेरे कदमों से थर्राए संसार,
जो भी रुके, उसे ध्वस्त कर,
अपने भीतर का योधा प्रकट कर,
जाग रे मानव, गरज के चल,
जीवन के संग्राम में जल,
मैं हूँ शिव, तेरा अनंत,
मेरे साथ तू अजेय, अडिग ।।
तूने देखा है जो अंधकार,
मैं लाता हूँ उज्ज्वल विहार,
भस्म बने तेरे संशय सारे,
तेरे हाथों में जीत के तारे,
जंजीरें तोड़, खुद को पहचान,
तू ही है जीवन का वीर महान,
जाग रे मानव, गरज के चल,
जीवन के संग्राम में जल,
मैं हूँ शिव, तेरा अनंत,
मेरे साथ तू अजेय, अडिग ।।
कंपित हो पर्वत, सागर भी हिले,
मेरे नाद से हर जग झुके,
तांडव का स्वर जब गूंजे यहाँ,
सच का प्रकाश हो सब ओर वहाँ,
जो गिरता है, उठना जानता,
अपने कर्म से ही भाग्य बदलता,
मृत्यु से भय? ये भ्रम तेरा,
तू अमर है, देख स्वरूप मेरा,
विनाश नहीं, बस नया आरंभ,
हर क्षण में छिपा है अनंत स्वप्न,
जो चाहे, वो तू बना सके,
अपने भीतर से शिव जगा सके ।।
जाग रे मानव, गरज के चल,
जीवन के संग्राम में जल,
मैं हूँ शिव, तेरा अनंत,
मेरे साथ तू अजेय, अडिग ।।