न धाम न धरती न धन चाहता हुँ भजन लिरिक्स

Bhajan Name- Na Dham Na Dharti Na Dhan Chahata hu Bhajan  ( न धाम न धरती न धन चाहता हुँ भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer – Devi Chitralekhaji
Music Lable- Devi Chitralekhaji Bhajan

न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

रटे नाम तेरा वो चाहूं मैं रसना,
सुने यश तेरा वो श्रवण चाहता हूँ,
न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

विमल ज्ञान धारा से मस्तिष्क उर्बर,
व श्रद्धा से भरपूर मन चाहता हूँ,
न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

करे दिव्य दर्शन तेरा जो निरन्तर,
वही भाग्यशाली नयन चाहता हूँ,
न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

नहीं चाहता है मुझे स्वर्ग छवि की,
मैं केवल तुम्हें प्राण धन ! चाहता हूँ,
न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

प्रकाश आत्मा में अलौकिक तेरा है,
परम ज्योति प्रत्येक क्षण चाहता हूँ,
न मैं धाम न धरती न धन चाहता हूँ,
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ,

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