Bhajan Name-Suhagan Jiyu Suhagan Marun Bhajan Lyrics ( मैं सुहागन जीयूं और सुहागन मरूं भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric-Gaurav Garvit
Bhajan Singer-Maya Ravind
Music Label- Brandspro Studios
ऐ मेरे साजना, है मेरी कामना।
उम्र भर मैं तेरी, सिर्फ पूजा करूँ।
ऐ मेरे साजना, है मेरी कामना।
मैं सुहागन जीयूं, और सुहागन मरूं।
मुझको माँगे बिना, ऐसा साथी मिला।
जिससे हर एक कदम पर, बढ़ा हौसला।
सात फेरों के सातों वचन ध्यान है।
मैं हूँ राधा तो वो मेरे घनश्याम है।
इनकी खुशियों पे, बलहार जीवन करूँ।
मैं सुहागन जीयूं, और सुहागन मरूं।
क्या हुआ घर से बाबुल की दूरी हुई।
जो कमी थी ससुर से, वो पूरी हुई।
सास में मुझको माँ का, मिला रूप है।
छाँव ममता की है, प्यार भी खूब है।
दिल कहे मैं सदा, इनका पूजन करूँ।
मैं सुहागन जीयूं, और सुहागन मरूं।
भाई बहना से, देवर ननद मिल गए।
मन के दलदल में जैसे, कमल खिल गए।
धर्म और कर्म अपने, निभा मैं सकूँ।
पूरे परिवार के, ग़म उठा मैं सकूँ।
शक्ति दे सबकी सेवा, हे भगवन करूँ।
मैं सुहागन जीयूं, और सुहागन मरूं।
















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