गौरैया और समुद्र की कथा: संघर्ष, धैर्य और भक्ति की अद्भुत गाथा

Learn More

Arrow

एक छोटी सी गौरैया समुद्र के किनारे वृक्ष पर घोंसला बनाकर रहती थी।

Learn More

Arrow

एक दिन भयंकर ज्वार-भाटा आया और उसका घोंसला समुद्र में बह गया। 

Learn More

Arrow

गौरैया ने समुद्र नारायण से प्रार्थना की, लेकिन समुद्र ने अहंकार में उसकी बात को ठुकरा दिया।

Learn More

Arrow

गौरैया ने संकल्प लिया कि वह समुद्र को अपनी चोंच से सुखा देगी। 

Learn More

Arrow

अन्य पक्षी भी उसके समर्थन में आ गए और करोड़ों पक्षी समुद्र का पानी बाहर फेंकने लगे। 

Learn More

Arrow

नारद मुनि ने गरुड़ जी को बताया, और गरुड़ जी ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की

Learn More

Arrow

भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र को समुद्र को तपाने का आदेश दिया। समुद्र सूखने लगा और जीव-जंतु मरने लगे

Learn More

Arrow

समुद्र देव ने त्राहिमाम करते हुए क्षमा मांगी और भगवान विष्णु ने उसे अहंकार छोड़ने का आदेश दिया। 

Learn More

Arrow

अंततः समुद्र ने गौरैया का घोंसला लौटाया और उसका अहंकार नष्ट हुआ।

Learn More

Arrow

👉 सीख: संकल्प और धैर्य से कोई भी कार्य असंभव नहीं होता, और अहंकार का नाश निश्चित होता है।