देव दिवाली
देव दिवाली के दिन ऐसे करें पूजन ( How to Perform Worship on the Day of Dev Diwali )
देव दिवाली
देव दिवाली के दिन यदि आप पूरे भक्तिभाव से देवों की पूजा करती हैं, पवित्र नदी में स्नान करती हैं और दीप दान करती हैं तो पूरे साल खुशहाली बनी रहती है।
देव दिवाली के दिन दीप दान करने का विशेष महत्व है इसलिए इसे मुख्य सामग्री माना जाता है। यह अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक माना है।
विष्णु पूजन के समय धूप और दीप अर्पित करना प्रमुख माना जाता है। इससे वातावरण पवित्र बना रहता है।
देव दिवाली के दिन घर में लौंग और कपूर जलाना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
रोली और चावल का इस्तेमाल देवी-देवताओं के माथे पर तिलक लगाने के लिए किया जाता है।
देव दिवाली में पूजा के बाद प्रसाद के रूप में फल और मिठाई अर्पित की जाती है।
मान्यता है कि देव दिवाली के दिन आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। उसके बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य जरूर देना चाहिए
मंदिर को साफ करके सभी भगवान को तिलक लगाए और पुष्प चढ़ाए | उसके बाद एक चौकी पर पीला कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान विष्णु की तस्वीर रखें और माता लक्ष्मी की तस्वीर स्थापित करें।
उसके बाद धूप बत्ती और घी का दीप जलाए, पूजा करे आरती करे और प्रसाद अर्पित करे | शाम के मुहूर्त में नदी के तट पर घी का दीप जलाएं और घर के मंदिर में भी 7 दीपक जलाएं और देवताओं का आह्वाहन करें।