एक सरल भक्त जो हर कण में देखते थे अपने आराध्य
भगवान विट्ठल
को कथा में गुरुदेव भगवन बताते है कि एक बार
Image Credit - Google.co.in
संत
नामदेव महाराज
की कुटिया में आग लग गई थी जोहि कुटिया में आग लगी श्री नामदेव महाराज प्रेम में मस्त एकदम
Image Credit - Google.co.in
Learn more
उन्होंने कुटिया के बाहर पड़ी समस्त बिन जली हुई वस्तुओ को उठा उठाकर आग में फेकने लगे और जोर जोर से कहने लगे -
Image Credit - Google.co.in
प्रभु ! आज तो आप लाल लाल लपटों का रूप बनाए मेरी कुटिया में पधारे हो, अहोभाग्य हमारे प्रभु जो आप हमारी कुटिया में पधारे
Image Credit - Google.co.in
ऐसे कहते हुए उन्होंने कहाँ, लेकिन प्रभु बाकी वस्तुओ ने ऐसा क्या अपराध किया है, जो आप इन्हे नहीं स्वीकार कर रहे हो, इन्हे भी स्वीकार करे प्रभु!
Image Credit - Google.co.in
ऐसे ही बोलते बोलते कुछ क्षण में आग बुझ गई | और फिर उनकी चिंता करने वाले भगवान विट्ठल स्वयं मजदूर बनकर आए और
Image Credit - Google.co.in
उन्होंने अपने हाथों से अपने परम भक्त की कुटिया बनाकर छान छा दी
तब से पांडुरंग नामदेव जी की छान छा देने वाले प्रसिद्ध हुए।
Image Credit - Google.co.in
इस भक्तिमय मार्मिक कथा को पूर्ण पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे और आनंदित कथा का आनंद ले |
Image Credit - Google.co.in
Learn more