Black Section Separator

रावण की मृत्यु के कुछ वर्षों बाद विभीषण भयभीत होकर अयोध्या पहुंचते हैं और |

Black Section Separator

श्री राम से सहायता मांगते हुए कहते हैं कि कुंभकरण के पुत्र उनके सोने की लंका में उत्पाद मचा रखा है |

Black Section Separator

उसने ब्रह्मा जी को प्रसन्न कर उनसे वरदान प्राप्त किया है, और उसने विभीषण और श्री राम का वध करने की प्रतिज्ञा ली है |

Black Section Separator

यह सुन प्रभु श्री राम हनुमान जी और लक्ष्मण जी सहित पूरी सेना लेकर लंका पहुंचते हैं |

Black Section Separator

और मुल्कासुर से युद्ध करते हैं लेकिन कई प्रयासों के बाद भी श्री राम उसे परास्त नहीं कर पाते |

Black Section Separator

तब वे ब्रह्मा जी को स्मरण करते हैं तब ब्रह्मा जी बताते हैं कि इसे केवल कोई स्त्री ही परास्त कर सकती है |

Black Section Separator

और इसे एक ऋषि ने श्राप दिया था कि इसका वध माता सीता ही करेंगे |

Black Section Separator

तब श्री राम, माता सीता को युद्ध भूमि में बुलाते हैं और सब कुछ जानने के बाद-

Black Section Separator

माता सीता से एक तामसी शक्ति चंडी सीता प्रकट होती है, जो मुल्कासुर से एक भीषण युद्ध करती है |

Black Section Separator

और युद्ध के अंत में अपने चांदी कस्तर से उसका वध कर देती है |

Black Section Separator

मुलाकासुर के वध के बाद चंडी फिर से माता सीता में समा जाती है और अंत में लंका वास खुशी से झूम उठते हैं |