बाबा पूरणमल की कथा: अन्याय, भक्ति और मोक्ष की अमर गाथा

Learn More

Arrow

राजा शालीवाहन के कोई संतान नहीं थी, पुत्रेष्टि यज्ञ से बड़ी रानी इच्छाराधे ने पूरणमल को जन्म दिया।

Learn More

Arrow

ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि पूरणमल 12 वर्षों तक अशुभ रहेगा, इसलिए उसे जंगल भेज दिया गया।

Learn More

Arrow

जंगल में पूरणमल ने शास्त्र और शस्त्र विद्या में निपुणता प्राप्त की और एक तेजस्वी योद्धा बन गया।

Learn More

Arrow

महल वापसी पर सौतेली माँ न्यूनामे उसकी सुंदरता पर मोहित हो गई और उसे अनैतिक संबंध बनाने को कहा।

Learn More

Arrow

पूरणमल के इंकार करने पर न्यूनामे ने झूठा आरोप लगाकर राजा को भड़काया, जिससे पूरणमल को मृत्युदंड मिला।

Learn More

Arrow

जल्लादों ने उसे मारने के बजाय कुएं में फेंक दिया, जहां गुरु गोरखनाथ ने अपने योगबल से उसे बचाया।

Learn More

Arrow

गुरु गोरखनाथ के शिष्य बनकर पूरणमल एक महान योगी बने और सत्य, त्याग व भक्ति का मार्ग अपनाया।

Learn More

Arrow

रानी सुंदरा, जो योगियों की हत्या करती थी, पूरणमल के दिव्य तेज से प्रभावित हुई और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया।

Learn More

Arrow

सियालकोट लौटने पर पूरणमल ने माता-पिता को क्षमा किया और सौतेली माँ न्यूनामे को आशीर्वाद दिया।

Learn More

Arrow

आगे चलकर पूरणमल "बाबा चौरंगीनाथ" के नाम से प्रसिद्ध हुए और नाथ संप्रदाय की प्रमुख गद्दी संभाली।

Learn More

Arrow