Bhajan Name- Mai Nirdhan Balak Hu Tera Tum Mere Ghanshyam bhajan Lyrics ( मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -Kajal
Music Label-
छोड़ के खाटू नगरी को मेरे घर आ जाओ श्याम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
तिनका तिनका जोड़ सांवरे मैंने इसे बनाया
प्रेम साधना और भक्ति से उसको खूब सजाया
बड़े चाव से हैं सांवरिया तुमको आज बुलाया
दुनिया की परवाह नहीं बस मुझको तुमसे काम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
छोड़ के खाटू नगरी को मेरे घर आ जाओ श्याम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
रुखा सूखा श्याम दिया जो उसका भोग लगाया
सूखा साग विदुर घर खाओ मेरे घर भी आओ
धन्ना जाट का मेरे श्याम बिन बीज खेत उपजाओ
कर्मा बाई खीचड़ लाइ जग में उसका नाम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
छोड़ के खाटू नगरी को मेरे घर आ जाओ श्याम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
आँखों में मेरी सूखे आंसू बाँट निहारु तेरी
याद में तेरी तड़प रहा हूँ हो ना जाये देरी
आगे श्याम खड़ा हो बेशक काया हो जाए ढेरी
बस तेरे चक्कर में बाबा माहि है बदनाम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम
छोड़ के खाटू नगरी को मेरे घर आ जाओ श्याम
मैं निर्धन बालक हूँ तेरा तुम मेरे घनश्याम