Bhajan Name- Radha Ko Diwano Mandfiya Nagri Me Baitho Sawaro bhajan Lyrics ( राधा को दीवानो मंडफिया नगरी में बैठो सांवरो भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -मुकेश विश्वकर्मा
Music Label-
राधा को दीवानो,
मंडफिया नगरी में बैठो सांवरो,
रुक्मण को दीवानो,
मंडफिया नगरी में बैठो सांवरो,
भकता के मन बसियो साँवरो,
बैठो मण्डफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
राधा रुक्मणी जोवे बाटा,
सांवरियो कदे आवे,
बरसाना के माही सांवरिया,
मुरली मधुर बजावे,
सेठा को यो सेठ सांवरियो-2,
बैठो मंडफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
झूलनी ग्यारस पर सांवरियो,
झूला झूलन जावे,
चांदी का रथड़ा में विराजे,
मंद मंद मुस्कावे,
माखन को रसिया सांवरियो-2,
बैठो मंडफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
जमुना के तट पर बैठ सांवरियो,
राधा ने रीजावे,
फागण का महीना में सांवरिया,
होरी खेलन आवे,
मुरली को दीवानों सांवरियो-2,
बैठो मंडफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
देख झलक सांवरिया थारी,
दीलडो दर्शन छावै,
दुखिया का यो दुखड़ा मेटे,
वा का काज सवारे,
भकता को रखवारो सांवरियो-2,
बैठो मंडफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
दुनिया थारी महिमा सुनकर,
दौड़ी दौड़ी आवे,
मंडफिया वाला सेठ सांवरा,
बिगड़ी बात बनावे,
मुकेश सुथार यों महिमा गावे-2,
बेड़ो पार लगाई दे,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।
राधा को दीवानो,
मंडफिया नगरी में बैठो सांवरो,
रुक्मण को दीवानो,
मंडफिया नगरी में बैठो सांवरो,
भकता के मन बसियो साँवरो,
बैठो मण्डफिया मायने,
राधा को दीवानों,
मण्डफिया नगरी में बैठो सांवरो।।