Bhajan Name- Ram Naam Ke Sabun Se Jo Man Ka Mel bhajan Lyrics ( राम नाम के साबुन से जो मन का मेल भगाएगा भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric –
Bhajan Singer -Vidhi Sharma
Music Label-
राम नाम के साबुन से जो मन का मेल भगाएगा
निर्मल बन के शीशे में तू राम के दर्शन पायेगा
बोलो राम राम राम, बोल राम राम राम
रोम रोम में राम हैं तेरे वो तो तुझसे दूर नहीं
देख सके ना आँखें उनको, उन आँखों में नूर नहीं
देखेगा तू मन मंदिर में ज्ञान की ज्योत जलाएगा
निर्मल बन के शीशे में तू राम के दर्शन पायेगा
बोलो राम राम राम, बोल राम राम राम
यह शरीर अभिमान है जिसका प्रभु कृपा से पाया है
झूठे जग के बंधन में तूने इसको क्यूँ बिसराया है
राम नाम का महामंत्र ये साथ तुम्हारे जाएगा
निर्मल बन के दर्पण में तू राम के दर्शन पायेगा
बोलो राम राम राम, बोल राम राम राम
झूठ कपट निंदा को त्यागो हर एक से तुम प्यार करो
घर आये मेहमान की सेवा से ना तुम इनकार करो
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल बन के शीशे में तू राम के दर्शन पायेगा
बोलो राम राम राम, बोल राम राम राम
साधन तेरा कच्चा है जब तक प्रभु पर विश्वास नहीं
मंज़िल तर पाना है क्या जब दीपक में प्रकाश नहीं
निश्चय है तो भव सागर से बेडा पार हो जाएगा
निर्मल बन के शीशे में तू राम के दर्शन पायेगा
बोलो राम राम राम, बोल राम राम राम