तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे
कोई गम का मारा तुझको पुकारे।।
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे
कोई गम का मारा तुझको पुकारे।।
विरानियो की दिल से कभी तो बहार गुजरे
तेरी नज़र कभी तो दिल के आर पर गुज़रे
बैठे हैं इस उम्मिद इस्स आरज़ू में हम
शायद कभी तो यही से वो मेरा यार गुजरे।।
तू आजा कहा है मेरे श्याम प्यारे
कोई गम का मारा तुझको पुकारे।।