Bhajan Name- Om Jai Jagdish Hare bhajan Lyrics ( ओम जय जगदीश हरे भजन लिरिक्स )
Bhajan Lyric – Manoj Muntashir Shukla
Bhajan Singer – Ishita Vishwakarma
Music Label- T-Series & Prarthana-The Sound of Sanatana
तुलसी ने तुमको ही गाया,
गीता में तुमको ही पाया,
एक तुम ही सच हो नारायण,
बाकी आनी जानी छाया,
हम माटी के पुतले थे प्रभु,
तुमने ही प्राण भरे,
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे,
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे,
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ll
तुम जो दर्शन ना दो तो नयन,
व्यर्थ है पत्थरों की तरह,
जहां पूजे तुम्हें रात दिन,
है वो घर मंदिरों की तरह,
वृंदावन है ये अंगनाई,
जहां तुमने चरण धरे,
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे,
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे,
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ll
मात पिता तुम मेरी,
शरण गहूं मैं किसकी,
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी,
तुम बिन और ना दूज,
प्रभु बिन और ना दूजा,
आस करूं मैं जिसकी,
ओम जय जगदीश हरे,
तुम पूर्ण परमात्मा,
तुम अंतर्यामी,
स्वामी तुम अंतर्यामी,
पारबह्म परमेश्वर, पारबह्म परमेश्वर
तुम सबके के स्वामी,
ओम जय जगदीश हरे,
ओम जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ll